tag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post8371265247480590656..comments2023-10-10T02:40:54.602-07:00Comments on Kavita: लुटेरेshamahttp://www.blogger.com/profile/15550777701990954859noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post-79564851376392864342009-08-04T08:28:01.149-07:002009-08-04T08:28:01.149-07:00गरीबन !तेरे पास था क्या,
जो कहती है लूटा गया,
कहके...गरीबन !तेरे पास था क्या,<br />जो कहती है लूटा गया,<br />कहके ज़माना चल दिया !<br />मैं ठगी-सी रह गयी,<br />लुटेरा आगे निकल गया... <br /><br /><br />बहुत कुछ कह गयीं आप बस चार पंक्तियों में...कहाँ से लाती हैं इतनी पीडादायक सच्चाईयां...Neeraj Kumarhttps://www.blogger.com/profile/14312648658352009451noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post-73431663726806611722009-08-01T21:47:48.659-07:002009-08-01T21:47:48.659-07:00अब कोई सुनवायी नही,
गरीबन !तेरे पास था क्या,
जो कह...अब कोई सुनवायी नही,<br />गरीबन !तेरे पास था क्या,<br />जो कहती है लूटा गया,<br />कहके ज़माना चल दिया !<br />मैं ठगी-सी रह गयी,<br />लुटेरा आगे निकल गया... <br />वाह ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post-11784378740137459592009-07-31T09:02:26.508-07:002009-07-31T09:02:26.508-07:00बहुत खूब. शायद मुझे कमेन्ट देना न आता हो मगर मैं आ...बहुत खूब. शायद मुझे कमेन्ट देना न आता हो मगर मैं आपकी हर एक रचना मुक़म्मल रचना कह सकता हूँ<br />--<br />जारी रहें.Amit K Sagarhttps://www.blogger.com/profile/15327916625569849443noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post-20938776713048870322009-07-29T10:31:34.979-07:002009-07-29T10:31:34.979-07:00शमा जी!
वाह क्या कहना!कमाल का ख्याल और अन्दाज़े बय...शमा जी!<br />वाह क्या कहना!कमाल का ख्याल और अन्दाज़े बयां.<br />मैं सिर्फ़ ये कह सकता हूं के:<br /><br />"ये फ़कीरी भी लाख नियामत है,सम्भंल वरना,<br />इसे भी लूट के ले जायेंगें ज़माने वाले."<br /><br />I will be in Mumbai on 30th July,was wondering if could pay my complements in person!Not sure.ktheLeo (कुश शर्मा)https://www.blogger.com/profile/03513135076786476974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post-2435080621614923632009-07-29T10:13:11.990-07:002009-07-29T10:13:11.990-07:00गरीबन !तेरे पास था क्या,
जो कहती है लूटा गया,
कहके...गरीबन !तेरे पास था क्या,<br />जो कहती है लूटा गया,<br />कहके ज़माना चल दिया !<br />मैं ठगी-सी रह गयी,<br />लुटेरा आगे निकल गया... <br />bahut sundar.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.com