tag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post2189442506940300183..comments2023-10-10T02:40:54.602-07:00Comments on Kavita: Jange aazaadeeshamahttp://www.blogger.com/profile/15550777701990954859noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post-7909045096060530822010-02-10T11:51:53.034-08:002010-02-10T11:51:53.034-08:00ना लूटो , अस्मत इसकी,
ये है धरती माँ मेरी,
मै संता...ना लूटो , अस्मत इसकी,<br />ये है धरती माँ मेरी,<br />मै संतान इसकी,<br />क्यों है ये रोती?<br />सोचा कभी?<br />ना लूटो...bahut hi behtrin rachnaज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post-3737886846178001372010-01-31T05:15:17.276-08:002010-01-31T05:15:17.276-08:00बहुत सुन्दर ओजस्वी रचना.बहुत सुन्दर ओजस्वी रचना.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post-30340732254871849212010-01-30T16:26:15.872-08:002010-01-30T16:26:15.872-08:00साबरमती के इस संत को प्रणाम जिसने अपने सीने पर गोल...साबरमती के इस संत को प्रणाम जिसने अपने सीने पर गोली खाई ....!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post-36407541427485317462010-01-30T07:08:09.645-08:002010-01-30T07:08:09.645-08:00कविता इतनी मार्मिक है कि सीधे दिल तक उतर आती है ।कविता इतनी मार्मिक है कि सीधे दिल तक उतर आती है ।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post-47474632927172367612010-01-30T07:06:02.070-08:002010-01-30T07:06:02.070-08:00सुन्दर भावों से रची है ये रचना...सच है कि बस सब कम...सुन्दर भावों से रची है ये रचना...सच है कि बस सब कमियां निकालने पर उतारू होते हैं.....इस रचना के लिए बधाईसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5841085546359509860.post-86453648102346279532010-01-30T00:37:08.940-08:002010-01-30T00:37:08.940-08:00दिखाओ करतब कोई,
खाओ सीने पे गोली,....
सच लिखा ......दिखाओ करतब कोई,<br />खाओ सीने पे गोली,....<br /><br />सच लिखा ... आसान नही है सीने पे गोली खाना ........ जो बापू को ग़लत कहते हैं पहले वो उनको जान तो लें .......<br />बहुत अच्छी रचना है आज के दिन ........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com